सामान्य सिर दर्द और माइग्रेन के दर्द में होते हैं कई अंतर, जानिए यहां


हाइलाइट्स

माइग्रेन होने से पहले बॉडी में कब्ज़ और डिप्रेशन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
माइग्रेन सिर के एक हिस्से में बहुत तेज़ इंटेंसिटी का दर्द होता है.
नींद की कमी या पीरियड्स के कारण भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है.

Migraine Different or Normal Headache : सिर दर्द एक आम समस्या है और गंभीर बीमारियों से लेकर सर्दी जुकाम तक में लोगों को इससे जूझना पड़ता है. सिर के किसी भी हिस्से में, किसी भी तरह का मामूली दर्द ही सामान्य सिर दर्द समझा जा सकता है. दूसरी ओर, सिर के आधे हिस्से में बहुत तेज़ दर्द होना और इस दर्द के साथ चक्कर, उल्टी या कंधों में दर्द की समस्या, माइग्रेन की ओर इशारा करती है. अक्सर लोग माइग्रेन और सिर दर्द में अंतर नहीं समझ पाते और ना ही समझना चाहते हैं, पर बीमारी को नाम देने से पहले ज़रूरी है की असल परेशानी समझ ली जाए. सिर दर्द के कई आम और ढेरों गंभीर कारण हो सकते है, साथ ही माइग्रेन जैसे तेज़ दर्द का समाधान भी समय पर करा लिया जाना चाहिए. ऐसे में आइए जानते हैं, कैसे सामान्य सिर दर्द और माइग्रेन एक दूसरे से अलग होते हैं,

सामान्य सिर दर्द और माइग्रेन कैसे अलग हैं –
सामान्य सिर दर्द –
हेल्थ लाइन डॉट कॉम के मुताबिक जैसा के नाम से ही समझा जा सकता है की सिर के किसी भी भाग में होने वाला दर्द सामान्य सिर दर्द होता है. ये पूरे सिर पर असर डालता है और कोई तय सीमा या इंटेंसिटी में बंधा नहीं रहता, मतलब की ये कितना भी तेज़ और कितनी भी देर के लिए हो सकता है.

सिर दर्द बहुत तरह के हो सकते हैं, जैसे टेंशन हेडेक, क्लस्टर हेडेक, साइनस हेडेक और थंडरक्लैप हेडेक. ज्यादातर हेडेक की समस्या टेंशन या मेंटल स्ट्रेस के कारण होती है, पर कभी कभी ये ब्रेन ट्यूमर जैसी बड़ी परेशानियों की ओर भी इशारा करती है.

माइग्रेन – 
ये इंटेंस सिर दर्द है जो सिर के आधे हिस्से को प्रभावित करता है और अपने साथ ढेरों दूसरी परेशानियां भी लेकर आता है. अक्सर माइग्रेन में गर्दन और कंधों में दर्द, आंखों और कानों में दर्द, रोशनी से परेशानी, उल्टी और मांसपेशियों में जकड़न जैसी कई समस्याएं होती हैं. माइग्रेन की समस्या आज आम होती जा रही है, स्टडीज से पता चलता है की दुनिया भर में करीब 17-15% युवाओं को माइग्रेन की परेशानी से जूझना पड़ जाता है. लोगों में माइग्रेन से पहले भी कब्ज, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसे लक्षण देखे जाते हैं. नींद की कमी, हार्मोनल बदलाव, शराब का सेवन या पीरियड्स के कारण भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है.

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Tags: Health, Lifestyle

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