सुकून से सोने के लिए मोबाइल को कमरे से रखें बाहर, यूं बनाएं टेक्नोलॉजी-फ्री बेडरूम वरना होंगे ये नुकसान


हाइलाइट्स

इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को रखने के लिए बेडरूम से बाहर एक प्रॉपर जगह बनाएं.
अपने साथ-साथ अपने बच्चे के लिए एक बेडटाइम रूटीन बनाएं.

Tips to Create Technology-Free Bedroom: आजकल लोगों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के इस्तेमाल की ऐसी लत लग गई है कि उनके हाथ से एक मिनट के लिए भी मोबाइल, टैब दूर नहीं जाता है. बच्चे से लेकर वयस्क, सभी मोबाइल, लैपटॉप में दिन-रात व्यस्त रहते हैं. हालांकि, यह सच भी है कि इन डिवाइसेज ने कई काम को आसान भी बनाया है, लेकिन दिन रात इनके इस्तेमाल से सेहत को भारी नुकसान भी होता है. अधिकतर लोग ऐसे हैं, जो रात में सोते वक्त भी अपना मोबाइल बेड पर ही रखते हैं. इतना ही नहीं, रात में बीच-बीच में जागर मोबाइल पर आने वाले मैसेज, नोटिफिकेशन भी चेक करते रहते हैं. इससे ना सिर्फ आपकी नींद डिस्टर्ब होती है, बल्कि सुबह आप फ्रेश भी महसूस नहीं करते हैं. मोबाइल को तकिये के पास रखकर सोने से उससे निकलने वाली हानिकारक इलेक्ट्रो-मैग्नेटिक तरंगें सेहत को कई तरह से नुकसान पहुंचाती हैं. इन किरणों से मस्तिष्क पर भी नकारात्मक असर होता है. आपकी याददाश्त और सुनने की क्षमता भी प्रभावित होती है.

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देर रात जागना सेहत के लिए ठीक नहीं

सारा दिन जब आप थक कर रात में सोने के लिए बिस्तर पर जाते हैं, तो वहां भी मोबाइल चलाना ठीक नहीं है. यदि आप प्रॉपर नींद नहीं लेंगे, तो इनसोम्निया से ग्रस्त हो सकते हैं. स्लीपफाउंडेशन डॉट ओआरजी में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, रात में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग करने से नींद की मात्रा और गुणवत्ता दोनों ही प्रभावित हो सकती है. इससे बचने के लिए अधिकतर स्लीप एक्सपर्ट्स टेक्नोलॉजी को बेडरूम से बाहर रखने की सलाह देते हैं.

टेक्नोलॉजी-फ्री बेडरूम ना होने के फायदे-नुकसान

आज जिस तरह से लोगों में देर रात तक जागकर मोबाइल, टैबलेट्स, लैपटॉप का इस्तेमाल करने की आदत लगी हुई है, उसे देखते हुए टेक्नोलॉजी-फ्री बेडरूम बनाए रखना लोगों के लिए आसान नहीं है, लेकिन इसके लाभ महत्वपूर्ण हो सकते हैं. बेडरूम में इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स आपकी या आपके बच्चे की नींद में खलल ना डालें, इसके लिए कुछ आवश्यक टिप्स को ध्यान में रखें, ताकि आपकी नींद भी पूरी हो और सुबह आप फ्रेश मूड से अपना सारा काम भी कर सकें.

-एक टेक्नोलॉजी-फ्री बेडरूम रात में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग से जुड़ी कई समस्याओं को कम करता है, जिससे नींद अच्छी आती है.

-उपकरणों जैसे मोबाइल, लैपटॉप, टैबलेट्स, वीडियो कन्सोल आदि का उपयोग करने से आप देर तक जगे रहते हैं. इससे नींद की अवधि कम हो जाती है. कम सोना संपूर्ण स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है.
टेक्नोलॉजी मस्तिष्क को प्रभावित करती है. आपके दिमाग को उत्तेजित करती है, जिससे सोना काफी मुश्किल हो जाता है.

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-इलेक्ट्रॉनिक्स को बेड पर साइड में रखकर सोने से उसकी ध्वनि और टिमटिमाती रोशनी नींद में खलल डालती है. आपका ध्यान बार-बार आपके मोबाइल की तरफ जाता रहता है.

-कई उपकरणों द्वारा उत्सर्जित नीली रोशनी मेलाटोनिन के प्राकृतिक उत्पादन को बाधित करती है. मेलाटोनिन एक प्रकार का हार्मोन है, जो नींद को बढ़ावा देता है. ये नीली रोशनी आपकी सर्कैडियन रिदम को खराब कर सकती है.

-अगर आप अपने सेल फोन या अन्य उपकरणों को साइलेंट मोड में भी रखते हैं, तो भी बेडरूम में रखने से रात में जागने पर उन्हें एक बार देखने की इच्छा उत्पन्न हो ही जाती है, जो संभावित रूप से आपकी नींद को प्रभावित करती है.

इस तरह रखें इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को कमरे से बाहर

-आज से 10-15 वर्ष पहले अधिकतर घरों में सिर्फ एक टीवी होती थी, लेकिन अब टेलीविजन के साथ ही, स्मार्ट फोन, टैबलेट्स, लैपटॉप, डेस्कटॉप कंप्यूटर्स, वीडियो गेम कन्सोल, ई-रीडर्स, स्मार्टवॉच आदि से कमरा भरा रहता है. इन सभी डिवाइस से निकलने वाली रेज, इनकी ध्वनि ना सिर्फ नींद में खलल डालती हैं, बल्कि सेहत को भी नुकसान पहुंचाती है. कमरे में इनके होने से आधी रात में जाकर भी लोग इन्हें चेक करने लगते हैं और फिर नींद पूरी ना होने से दिन भर परेशान रहते हैं.

-इन सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को रखने के लिए एक प्रॉपर जगह बनाएं. बेडरूम में नहीं, बल्कि इससे बाहर.

-अपने साथ-साथ अपने बच्चे के लिए एक बेडटाइम रूटीन बनाएं और उसे ही हमेशा फॉलो करें. ना तो देर रात तक टीवी देखें और ना ही मोबाइल पर मैसेज चेक करते रहें.

-घर के सभी टेक्निकल डिवाइस, गैजेट्स को बंद करने का एक प्रॉपर टाइम सेट करें. समय पर खाएं और फिर घर की लाइट्स बंद करके बेडरूम में सोने के लिए चले जाएं. यदि आपको बेड पर जाते ही नींद नहीं आती है, तो बुक रीडिंग की आदत डालें.

-यदि बहुत ज़रूरी है मोबाइल, लैपटॉप को बेडरूम में रखना, तो बिस्तर पर ना रखें. कमरे में एक टेबल रखें, वहां फोन या लैपटॉप रख सकते हैं. आप इस पर ब्लू-लाइट ब्लॉकिंग स्क्रीन खरीद कर भी लगा सकते हैं, ताकि देर रात आपका ध्यान इनकी तरफ ना जाए.

-हमेशा दिमाग में एक बात रखें कि आपका बेडरूम आराम करने के लिए है. बॉडी-माइंड को रिलैक्स करने के लिए एक स्पेशल जगह है, जहां किसी भी दूसरे काम करने से बचना चाहिए.

-यदि आप मोबाइल कमरे में रखते हैं, तो उसका नोटिफिकेशन ऑफ कर दें. चाहें तो एयरप्लेन मोड में भी रख सकते हैं. इससे आप लगातार लाइट फ्लैश करने या वाइब्रेशन से परेशान नहीं होंगे और रात में सुकून से सो सकेंगे.

Tags: Health, Lifestyle

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