Tripura Politics: टीएमसी में मचा घमासान, भौमिक को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज आशीष दास ने छोड़ी पार्टी


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, अगरतला
Published by: Amit Mandal
Updated Fri, 27 May 2022 05:13 PM IST

सार

पूर्व विधायक ने कहा कि मैं अपने आत्मसम्मान को नहीं छोड़ सकता। पार्टी नेतृत्व हमें इंसान भी नहीं मानता है। इसलिए मैंने तृणमूल छोड़ने का फैसला किया है।

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त्रिपुरा टीएमसी में इन दिनों गुटबाजी और नाराजगी का दौर चल रहा है। सुबल भौमिक को पार्टी की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज टीएमसी नेता आशीष दास ने शुक्रवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले खेमे से इस्तीफा दे दिया। धलाई जिले के सूरमा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक ने हालांकि अभी तक किसी अन्य पार्टी में शामिल होने की इच्छा नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा कि जब टीएमसी त्रिपुरा में पैर पसार रही थी तब अस्सी प्रतिशत लोग टीएमसी के साथ आने के लिए उत्सुक थे। मैं भी पार्टी में शामिल हो गया था। अब मैं देख रहा हूं कि मेरे लिए इस पार्टी में बने रहना संभव नहीं है। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेतृत्व अपने नेताओं को उचित सम्मान नहीं देता है।

दास ने कहा, मैं आत्मसम्मान नहीं छोड़ सकता 
उन्होंने कहा कि मैं अपने आत्मसम्मान को नहीं छोड़ सकता। वे (पार्टी नेतृत्व) हमें इंसान भी नहीं मानते हैं। इसलिए मैंने तृणमूल छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने दावा किया कि टीएमसी कांग्रेस को कमजोर करना और भाजपा को लाभ देना चाहती है। टीएमसी के सूत्रों ने कहा कि दास भौमिक की पदोन्नति से नाखुश थे। दिग्गज नेता ने पिछले साल अक्टूबर में टीएमसी में शामिल होने के लिए भाजपा छोड़ दी थी। विधानसभा अध्यक्ष रतन चक्रवर्ती ने जनवरी में उन्हें कदाचार के आरोप में छह साल के लिए विधायक पद से अयोग्य घोषित कर दिया था। इस दौरान दास चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इस बीचभौमिक ने दास पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इतने महीनों में पार्टी के कार्यक्रमों में कहीं नहीं दिखे।

नवनियुक्त टीएमसी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दास का टीएमसी में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने स्वागत किया था। हालांकि, वह उसके बाद किसी भी पार्टी कार्यक्रम में नहीं देखे गए थे। उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया था और भाजपा से टीएमसी में जाने के दौरान तपस्या के निशान के रूप में कपड़े हटा दिए थे। मेरे पास कहने के लिए और कुछ नहीं है।  

विस्तार

त्रिपुरा टीएमसी में इन दिनों गुटबाजी और नाराजगी का दौर चल रहा है। सुबल भौमिक को पार्टी की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज टीएमसी नेता आशीष दास ने शुक्रवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले खेमे से इस्तीफा दे दिया। धलाई जिले के सूरमा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व विधायक ने हालांकि अभी तक किसी अन्य पार्टी में शामिल होने की इच्छा नहीं दिखाई है। उन्होंने कहा कि जब टीएमसी त्रिपुरा में पैर पसार रही थी तब अस्सी प्रतिशत लोग टीएमसी के साथ आने के लिए उत्सुक थे। मैं भी पार्टी में शामिल हो गया था। अब मैं देख रहा हूं कि मेरे लिए इस पार्टी में बने रहना संभव नहीं है। इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेतृत्व अपने नेताओं को उचित सम्मान नहीं देता है।

दास ने कहा, मैं आत्मसम्मान नहीं छोड़ सकता 

उन्होंने कहा कि मैं अपने आत्मसम्मान को नहीं छोड़ सकता। वे (पार्टी नेतृत्व) हमें इंसान भी नहीं मानते हैं। इसलिए मैंने तृणमूल छोड़ने का फैसला किया है। उन्होंने दावा किया कि टीएमसी कांग्रेस को कमजोर करना और भाजपा को लाभ देना चाहती है। टीएमसी के सूत्रों ने कहा कि दास भौमिक की पदोन्नति से नाखुश थे। दिग्गज नेता ने पिछले साल अक्टूबर में टीएमसी में शामिल होने के लिए भाजपा छोड़ दी थी। विधानसभा अध्यक्ष रतन चक्रवर्ती ने जनवरी में उन्हें कदाचार के आरोप में छह साल के लिए विधायक पद से अयोग्य घोषित कर दिया था। इस दौरान दास चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इस बीचभौमिक ने दास पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इतने महीनों में पार्टी के कार्यक्रमों में कहीं नहीं दिखे।

नवनियुक्त टीएमसी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दास का टीएमसी में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने स्वागत किया था। हालांकि, वह उसके बाद किसी भी पार्टी कार्यक्रम में नहीं देखे गए थे। उन्होंने अपना सिर मुंडवा लिया था और भाजपा से टीएमसी में जाने के दौरान तपस्या के निशान के रूप में कपड़े हटा दिए थे। मेरे पास कहने के लिए और कुछ नहीं है।  



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