UP Elections: लोकल मुद्दे छोड़कर CAA-NRC बना लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र का चुनावी मुद्दा


ममता त्रिपाठी

नई दिल्ली: चुनावी पंडित और सियासी दलों का मानना है कि विधानसभा (Assembly ELection) और लोकसभा के चुनाव (Lok Sabha Elections) बिल्कुल ही अलग मुद्दों पर लड़ा जाता है. विधानसभा में ज्यादातर लोकल मुद्दे रहते हैं जिससे आम जनता का हर रोज का सरोकार रहता है और लोकसभा के चुनावों में राष्ट्र से जुड़े या देश के स्तर के मुद्दों को प्राथमिकता दी जाती है.

उत्तर प्रदेश में चारों तरफ महंगाई, रोजगार, कानून व्यवस्था मुद्दा है मगर इस बार यूपी की राजधानी लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट पर CAA-NRC चुनावी मुद्दा बन गया है. आइए आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं. कांग्रेस ने यहां से सदफ जफर को अपना प्रत्याशी बनाया है. सदफ जफर ने लखनऊ में CAA-NRC के प्रदर्शन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था.

प्रदर्शन के दौरान बवाल होने के बाद सदफ जफर को उनके साथियों के साथ जेल भेजा गया था. यही नहीं पूरे शहर में 125 जगहों पर होर्डिंग्स भी लगी थी जिसमें बलवाइयों की फोटो के साथ पब्लिक प्रापर्टी को नुकसान पहुंचाने वालों से रिकवरी की बात लिखी थी. हालांकि अभी कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार ने रिकवरी का आदेश वापस ले लिया.

यह भी पढ़ें- कोरोना के मामले घटे, चुनाव आयोग ने स्टार प्रचारकों की संख्या पर लगा प्रतिबंध हटाया, जानें नई गाइडलाइन

भाजपा ने लखनऊ के डिप्टी मेयर रजनीश गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है. गुप्ता जी अपनी जनसभाओं में CAA-NRC का जिक्र करना नहीं भूलते. 2017 में लखनऊ मध्य से मंत्री ब्रिजेश पाठक विधायक चुनकर आए थे जो कि इस बार लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

लखनऊ मध्य में मुस्लिम वोट काफी निर्णायक भूमिका में रहता है. इसके अलावा यहां ब्राहमण, सिन्धी वोट भी काफी संख्या में हैं. यही वजह है कि बसपा, कांग्रेस और ओवैसी की पार्टी ने यहां से मुस्लिम उम्मीदवार उतारा है. पुराने लखनऊ का अमीनाबाद, मौलवीगंज, बिल्लौचपुरा जैसे इलाके इस क्षेत्र में ही आते हैं.

सपा ने यहां से रविदास मेहरोत्रा पर दांव लगाया है जो कि 2012 में यहीं से विधायक थे. 2017 में रविदास मेहरोत्रा महज पांच हजार वोटों से चुनाव हारे थे. रजनीश गुप्ता से बात करने पर वो कहते हैं कि मैं राष्ट्र विरोधी ताकतों के बीच चुनाव लड़ रहा हूं. देश से बड़ा कुछ भी नहीं हो सकता. सदफ जाफर कहती हैं कि देश के नागरिकों के हक की लड़ाई लड़ रही हूं. रविदास मेहरोत्रा जरूर कहते हैं कि चुनाव भाजपा सरकार की नाकामियों के खिलाफ है. ये चुनाव भाजपा और जनता का है.

Tags: Pm narendra modi, UP Assembly Election 2022



Source link

Enable Notifications OK No thanks