Valentine’s Day Special: पुरुषों के ऑर्गेज्म से जुड़ी कुछ बातें न मर्द जानते, न महिलाएं


Valentine’s Day Special: मेल ऑर्गेज्म (Male Orgams) एक ऐसा विषय है जिस पर कम ही बात होती है. पुरुषों में ऑर्गेज्म से जुड़ी कुछ ऐसी बाते हैं जो पुरुष खुद भी नहीं जानते हैं. आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि महिलाओं के शरीर में ही कुछ पाइंट्स ऐसे होते हैं जो ऑर्गेज्म के दौरान चरम संतुष्टि पाने में मददगार होते हैं, लेकिन पुरुषों के साथ भी ऐसा होता है. हालांकि यह पाइंट्स अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग हो सकते हैं और पुरुषों के लिए किसी खास तरह का ऑर्गेज्म नहीं होता है. ये इजेक्युलेटरी (Ejaculatory), नॉन-इजेक्युलेटरी (Non-ejaculatory) या दोनों तरह से हो सकता है.
आज हम आपको पुरुषों के ऑर्गेज्म से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताएंगे जिनके बारे में आप शायद ही जानते हों. healthline की खबर के अनुसार कोई पुरुष एक सेशन में मल्टीपल ऑर्गेज्म (Multiple Orgasms) की क्षमता भी रखते हैं.

पुरुष के ऑर्गेज्म से जु़ड़ी कुछ अनजानी बातें

सामान्य तौर पर ऑर्गेज्म और इजेक्युलेशन (Ejaculation) अक्सर एकसाथ होते हैं, लेकिन वास्तव में ये दो अलग-अलग घटनाएं हैं जो कि ज़रूरी नहीं हैं कि हमेशा एकसाथ ही हों.

महिलाओं की तरह ही पुरुषों के शरीर में भी प्लेज़र पाइंट्स होते हैं जिससे ऑर्गेज्म का सुख काफी बढ़ाया जा सकता है. पुरुषों को फुल बॉडी ऑर्गेज्म देने के लिए प्रोस्टेट (Prostate) एक प्लेज़र पॉइंट है. ये एक अखरोट के आकार की ग्लैंड होती है जो कि पेनिस और ब्लैडर के बीच में रेक्टम के ठीक पीछे होती है.

इसे भी पढ़ें: Valentine’s Day Special : किसी आदमी को होता है प्यार, क्यों और कैसे, जानें मनोवैज्ञानिक तथ्य

महिलाओं की तरह ही पुरुषों में भी निप्पल (Nipples) प्लेज़र पॉइंट (Pleasure Points) होते हैं. निपल्स के आसपास काफी नर्व्स होती हैं और ये दिमाग के सेक्सुअल सेंसेशन से सीधे जुड़े हुए रहते हैं.

महिलाओं की तरह ही पुरुषों में भी G-spot होता है. ये बात सुनकर आप चौंक सकते हैं. दरअसल, प्रोस्टेट को ही पुरुषों के शरीर में G-spot माना जाता है.

इसे भी पढ़ें: How to Keep Your Liver Healthy: इन तरीकों से अपने लिवर को रखें हेल्दी

पुरुषों के ऑर्गेज्म और महिलाओं के ऑर्गेज्म में ज्यादा फर्क नहीं होता है. ऑर्गेज्म के वक्त दोनों ही दिल की धड़कन बढ़ने और जननांगों में हाई ब्लड फ्लो का अनुभव करते हैं. हालांकि दोनों के ऑर्गेज्म में मुख्य अंतर उनके ड्यूरेशन और रिकवरी का होता है. उदाहरण के लिए महिलाओं में ऑर्गेज्म पुरुषों की तुलना में 20 सेकंड ज्यादा हो सकता है.

पुरुष पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज़, ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ से अपने ऑर्गेज्म को कुछ हद तक कंट्रोल कर सकते हैं. इन एक्सरसाइज़ को कुछ वक्त तक प्रैक्टिस कर ऑर्गेज्म के दौरान इनका लाभ लिया जा सकता है.

Tags: Health, Lifestyle, Valentine Day, Valentine Day Special

image Source

Enable Notifications OK No thanks