निर्देशक विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files ) को दर्शक बहुत पसंद कर रहे हैं। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जहां तलहका मचा रही है, वहीं देश भर के उन कश्मीरी पंडितों (Kashmiri Pandits) का दर्द भी निकलकर सामने आ रहा है, जो 1990 में कश्मीर में हुए उस नरसंहार का हिस्सा रहे हैं। ‘द कश्मीर फाइल्स’ में नजर आ चुके ऐक्टर अनुपम खेर और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) ने ऐसे ही कुछ लोगों से बातचीत की और उनका दुखड़ा सुनकर वे भी रो पड़े।
आज तक के स्टूडियो में कुछ कश्मीरी पंडितों के परिवार के लोगों ने अनुपम खेर और विवेक अग्निहोत्री से बातचीत की। अपना किस्सा सुनाते हुए और उस वक्त को याद करते हुए कई पीड़ित रो पड़े। एक महिला ने बताया कि कैसे उस दौरान उनके मामा घर से दो कदम की दूरी पर थे और एक लड़का आया और उन्हें गोली मारकर चला गया, लेकिन उन्होंने खून तक साफ नहीं करने दिया, वो कौन से इंसान हैं वो कौन से पड़ोसी? उनकी आत्मा तो पहले ही मर चुकी थी। उनकी 12वीं पर भी हमें मिलने नहीं दिया। मुश्किल से उनका अंतिम संस्कार हो पाया बस। आज लोग कहते हैं तुमलोग क्यों भागे, भगाया गया था। मस्जिद में अनाउंस करते थे, वो लड़की मेरी, वो मकान मेरा, वो औरत मेरी। सेकंड क्लास में मेरा भाई पढ़ता था मैं उसको ट्रक में लेकर आई हूं, मैं भाई को नहीं छोड़ सकती थी। उनको बोलने वाला कोई नहीं था कि ये मत करो, ये गलत है।’
एक और महिला ने अपना बीता किस्सा रोते हुए शेयर किया और कहा, ‘हम गुलमर्ग में थे। हम जब पढ़ते थे तो कोई यदि कश्मीरी बोलता था तो वे कहते थे कि अभी हम इसे AK47 से उड़ाएंगे। वो आज भी है, वो चाहते हैं कि हम डरा कर रखें।’ ऐसी ही दुख और पीड़ा की कहानी वहां मौजूद लगभग हर लोगों की थी, जो अपना किस्सा सुनाते-सुनाते बिलख पड़े।
विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ 11 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई, जिसमें अनुपम खेर के अलावा दर्शन कुमार मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी आदि अहम रोल में हैं। पहले यह फिल्म करीब 630 स्क्रीन्स पर रिलीज़ की गई थी, लेकिन बाद में तीसरे दिन लोगों से मिले शानदार रिस्पॉन्स को देखने के बाद इसे 2000 स्क्रीन्स पर रिलीज़ किया गया है।