मानसून के दौरान गठिया के मरीजों को ज्यादा दर्द क्यों होता है?


मानसून (Monsoon) प्रचंड गर्मी से राहत का संकेत दे सकता है लेकिन गठिया (Arthritis) के कुछ रोगियों के लिए, इसका मतलब जोड़ों के दर्द की वापसी है. गठिया एक मेडिकल कंडीशन है जिसमें रोगी जोड़ों की सूजन से पीड़ित होता है. गठिया के लक्षणों में जकड़न और जोड़ों का दर्द शामिल है. गठिया के रोगियों की एक बड़ी संख्या है जो कहते हैं कि उनका दर्द मौसम से प्रभावित होता है. वे गर्म और शुष्क मौसम की तुलना में ठंड और बरसात के मौसम में अधिक दर्द महसूस करते हैं. गठिया के रोगियों को बरसात के दिनों से पहले और इस मौसम के दौरान लक्षणों में और अधिक वृद्धि महसूस होती है. वायुमंडलीय दबाव (atmospheric pressure) में गिरावट अक्सर ठंड, बरसात के मौसम से पहले होती है और इससे पहले से ही इंफ्लेम्ड टिशूज (सूजन वाले टिशू) बढ़ सकते हैं, जिससे दर्द बढ़ सकता है.

हेल्थलाइन से बात करते हुए, क्लीवलैंड क्लिनिक में रुमेटोलॉजिस्ट एलेन हुस्नी (M. Elaine Husni) का कहना है कि मौसम गठिया का कारण नहीं बनता है या इसे और खराब नहीं करता है, लेकिन ये अस्थायी रूप से इसे और अधिक चोट पहुंचा सकता है. तो आप मानसून के मौसम में दर्द में बढ़ोतरी को कैसे मैनेज कर सकते हैं? आइए कुछ समाधानों पर एक नज़र डालें.

एक्यूपंक्चर
आर्थराइट डॉट ओआरजी (Arthritis.org) के अनुसार चाइनीज प्राचीन चिकित्सा से प्राप्त ये इलाज पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, फाइब्रोमायल्गिया, पीठ के निचले हिस्से में दर्द, गर्दन और कंधे के दर्द, बर्साइटिस, कार्पल टनल सिंड्रोम के लिए मददगार है. इस इलाज के दौरान में शरीर एक विशिष्ट एक्यूपंक्चर प्वाइंट्स पर स्किन के बीच पतली छोटी सुइयों को सम्मिलित करना शामिल है. ये नसों, मांसपेशियों और कनेक्टिव टिशूज को उत्तेजित करने, ब्लड फ्लो में सुधार करने और बॉडी के नेचुरल पेनकिलर को एक्टिव करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

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वजन घटना
अपने वजन और डाइट पर ध्यान देने से गठिया के दर्द को दूर करने में भी मदद मिलेगी, जो मानसून के दौरान बढ़ सकता है. बैलेंस डाइट के साथ रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी से हेल्दी वेट बनाए रखना आपकी स्थिति को मेंटेन रखेगा. सुनिश्चित करें कि आप अपने आहार में फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन, कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स और साबुत अनाज शामिल करें.

ताई चीओ
आर्थराइट डॉट ओआरजी (Arthritis.org) इस चाइनीज प्रैक्टिस को फॉलो करने की सलाह देता है जिसमें जेंटल फ्लो एक्टिविटी, गहरी सांस लेना और ध्यान शामिल हैं. ताई ची न केवल जोड़ों के दर्द को कम करती है, बल्कि गति (motion) और फंक्शन की रेंज में भी सुधार करती है.

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मालिश
सही मेडिकल कंसल्टेशन के तहत मालिश भी आपकी स्थिति के लिए अद्भुत काम कर सकती है. हालांकि, इस बता का ध्यान दिया जाना चाहिए कि जब जोड़ (Joints) विशेष रूप से सॉफ्ट और सेंसेटिव होते हैं तो मालिश बहुत तेज भड़काव के दौरान सहायक नहीं हो सकती है.

Tags: Health, Health News, Lifestyle, Monsoon

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