एनालिसिस: मुंबई के खिलाफ किस्मत ने दिया गुजरात का साथ, मिलर-तेवतिया और राशिद के रहते हीरो बने डैनियल सैम्स


सार

इस सीजन में ऐसा लग रहा था कि हार्दिक पांड्या जिस चीज को छू रहे हैं वही सोना बन जा रही है। उनका हर दांव सही बैठ रहा था। टीम ने कई मैचों में चमत्कारिक जीत हासिल की, लेकिन अब सबकुछ विपरीत हो रहा है। गुजरात को लगातार दूसरे मैच में हार मिली है।

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गुजरात टाइटंस की टीम ने आईपीएल के मौजूदा सीजन में अंतिम ओवर में कई बार कमाल किया है। उसने लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ 11 रन, पंजाब किंग्स के खिलाफ 19 रन, चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 13 रन, सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 22 रन और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ सात रन अंतिम ओवर में बनाकर मैच जीते थे, लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाफ नौ रन नहीं बना सकी। ऐसा लगता है कि गुजरात की टीम का  भाग्य उनसे रूठ गया है। शुरुआती नौ में से आठ मैच जीतने वाली हार्दिक पांड्या की टीम को पिछले दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है।

इस सीजन में ऐसा लग रहा था कि हार्दिक पांड्या जिस चीज को छू रहे हैं वही सोना बन जा रही है। उनका हर दांव सही बैठ रहा था। टीम ने कई मैचों में चमत्कारिक जीत हासिल की, लेकिन अब सबकुछ विपरीत हो रहा है। टॉस जीतकर गुजरात ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। मुंबई ने 20 ओवर में छह विकेट पर 177 रन बनाए। जवाब में गुजरात की टीम 20 ओवर में पांच विकेट पर 172 रन ही बना सकी। उसे पांच रन से हार का सामना करना पड़ा।

गुजरात टाइटंस बनाम मुंबई इंडियंस


मैच में टर्निंग पॉइंट
1. हार्दिक पांड्या का रनआउट होना:
गुजरात को जीत के लिए तीन ओवर में 29 रन बनाने थे। मैच पूरी तरह गुजरात के पक्ष में था। 18वें ओवर में गेंदबाजी के लिए राइली मेरेडिथ आए। उन्होंने शुरुआती तीन गेंद पर सात रन दिए। मैच पूरी तरह गुजरात के पक्ष में झुक चुका था, तभी चौथी गेंद पर कप्तान हार्दिक पांड्या रनआउट हो गए। ईशान किशन ने शानदार विकेटकीपिंग करते हुए हार्दिक को पवेलियन भेज दिया। यहीं से मुंबई की टीम में जान आ गई और गुजरात की टीम दबाव में दिखने लगी।

2. डैनियल सैम्स का आखिरी ओवर: अंतिम ओवर में गुजरात को जीत के लिए नौ रन बनाने थे। सीजन में उसके रिकॉर्ड को देखकर ऐसा लग रहा था कि इस लक्ष्य को टीम आसानी हासिल कर लेगी। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजी के लिए डैनियल सैम्स को बुलाया। इसी गेंदबाज के ओवर में पैट कमिंस ने ठीक एक महीने पहले 35 रन बनाए थे। किसी को उम्मीद नहीं थी कि सैम्स मुंबई को मैच में जीत दिला देंगे। उनके सामने डेविड मिलर और राहुल तेवतिया की खतरनाक जोड़ी थी। अगले बल्लेबाज राशिद खान थे। ऐसे में सैम्स ने गेंदबाजी में कमाल दिखाया और सिर्फ तीन रन दिए।


दोनों कप्तानों का कैसा रहा प्रदर्शन
कप्तानी के मामले में हार्दिक पांड्या पर रोहित शर्मा भारी पड़े। बल्ले के साथ हिटमैन अपने पुराने रंग में दिख रहे थे। गेंद उनके बल्ले पर सही से आ रही थी। ऐसा लगा रहा था कि इस मैच में रोहित बड़ी पारी खेलेंगे, लेकिन एक बार फिर से अर्धशतक लगाने से चूक गए। उन्होंने 28 गेंद पर तेजी से 43 रन बनाए। इस दौरान पांच चौके और दो छक्के लगाए। दूसरी ओर, हार्दिक पांड्या 14 गेंद पर 24 रन ही बना सके। क्रीज पर टिकने के बाद उन्होंने अहम मौके पर अपना विकेट गंवा दिया। उनके आउट होते ही मैच पलट गया और टीम हार गई।

मुंबई के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
ओपनर बल्लेबाजों ने अच्छा काम किया। ईशान किशन और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 7.3 ओवर में 74 रनों की साझेदारी की। दोनों ने 40 से ज्यादा रन बनाए। टिम डेविड ने एक बार फिर से खुद को साबित किया। उन्होंने 21 गेंदों पर 209.52 की स्ट्राइक रेट से नाबाद 44 रन बनाए। गेंदबाजी में डैनियल सैम्स, मुरुगन अश्विन और कीरोन पोलार्ड ने शानदार काम किया। तीनों ने रन नहीं लुटाए। पोलार्ड ने दो ओवर में 13 रन दिए और एक विकेट अपने नाम किया। मुरुगन अश्विन ने चार ओवर में 29 रन देकर दो विकेट लिए। सैम्स ने तीन ओवर में सिर्फ 18 रन दिए। आखिरी ओवर में गुजरात को नौ रन बनाने भी नहीं दिया।

नकारात्मक पक्ष: सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा और कीरोन पोलार्ड का बल्ला नहीं चला। तीनों के फेल होने के कारण मुंबई की टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी। सूर्यकुमार ने 11 गेंद पर 13, तिलक वर्मा ने 16 गेंद पर 21 और पोलार्ड ने 14 गेंद पर चार रन बनाए। गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह और कुमार कार्तिकेय महंगे साबित हुए। देश के शीर्ष गेंदबाज बुमराह ने चार ओवर में 48 रन दे दिए। उन्हें एक भी सफलता नहीं मिली। कार्तिकेय ने तीन ओवर में 29 रन दिए।


 
गुजरात के लिए मैच में क्या-क्या हुआ?
सकारात्मक पक्ष:
गेंदबाजी में राशिद खान, लॉकी फर्ग्यूसन और प्रदीप सांगवान ने बेहतर गेंदबाजी की। तीनों ने कम रन दिए और विकेट भी हासिल किया। राशिद ने चार ओवर में 24 रन देकर दो विकेट लिए। फर्ग्यूसन ने चार ओवर में 34 और सांगवान ने तीन ओवर में 23 रन दिए। दोनों को एक-एक सफलता मिली। बल्लेबाजी में ओपनर्स ने कमाल दिखाया। ऋद्धिमान साहा और शुभमन गिल ने 12.1 ओवर में 106 रन की साझेदारी की। साहा ने 55 और गिल ने 52 रन बनाए।

नकारात्मक पक्ष: गेंदबाजी में मोहम्मद शमी, अल्जारी जोसेफ और राहुल तेवतिया महंगे साबित हुए। तीनों ने 10 से ज्यादा की इकोनॉमी रेट से रन लुटाए। बल्लेबाजी में हार्दिक पांड्या, साई सुदर्शन, डेविड मिलर और राहुल तेवतिया फेल रहे। पांड्या और सुदर्शन ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन मैच को फिनिश नहीं कर पाए। मिलर भी 14 गेंद पर 19 रन बनाकर नाबाद। टीम को आखिरी ओवर में नौ रन बनाने थे तो उनका बल्ला चला ही नहीं।

विस्तार

गुजरात टाइटंस की टीम ने आईपीएल के मौजूदा सीजन में अंतिम ओवर में कई बार कमाल किया है। उसने लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ 11 रन, पंजाब किंग्स के खिलाफ 19 रन, चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ 13 रन, सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 22 रन और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ सात रन अंतिम ओवर में बनाकर मैच जीते थे, लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाफ नौ रन नहीं बना सकी। ऐसा लगता है कि गुजरात की टीम का  भाग्य उनसे रूठ गया है। शुरुआती नौ में से आठ मैच जीतने वाली हार्दिक पांड्या की टीम को पिछले दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है।

इस सीजन में ऐसा लग रहा था कि हार्दिक पांड्या जिस चीज को छू रहे हैं वही सोना बन जा रही है। उनका हर दांव सही बैठ रहा था। टीम ने कई मैचों में चमत्कारिक जीत हासिल की, लेकिन अब सबकुछ विपरीत हो रहा है। टॉस जीतकर गुजरात ने पहले गेंदबाजी का फैसला किया। मुंबई ने 20 ओवर में छह विकेट पर 177 रन बनाए। जवाब में गुजरात की टीम 20 ओवर में पांच विकेट पर 172 रन ही बना सकी। उसे पांच रन से हार का सामना करना पड़ा।

गुजरात टाइटंस बनाम मुंबई इंडियंस



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