Daily Exercise will not increase cancer tumor : आजकल की लाइफस्टाइल में अनियमित खानपान और कम फिजिकल एक्टिविटी मोटापा, डायबिटीज, हाई बीपी जैसी कई बीमारियों को न्योता देती है. लॉन्ग वर्किंग ऑवर के बाद, लॉन्ग ड्राइव करो, और इसके बाद देह में इतनी जान नहीं रहती कि व्यायाम यानी एक्सरसाइज के लिए थोड़ा समय निकालें. लेकिन एक्सरसाइज को लेकर की गई एक स्टडी में दावा किया गया है कि अपने डेली रूटीन में व्यायाम (Exercise) को शामिल करने से कैंसर के ट्यूमर का विकास धीमा हो जाता है. इस स्टडी में दावा किया गया है कि एक्सरसाइज करना कैंसर की जटिलता को कम करने में मदद करता है. इसे वेस्टिंग सिंड्रोम या कैशेक्सिया (wasting syndrome, or cachexia) कहा जाता है. न्यूज मेडिकल लाइफसाइंस में छपी न्यूज रिपोर्ट के अनुसार, इस स्टडी का निष्कर्ष ‘एक्सपेरिमेंटल बायोलॉजी(Experimental Biology)’ जर्नल में प्रकाशित किया गया है.
कैशेक्सिया (Cachexia) मैटाबॉलिज़्म को नुकसान पहुंचाने वाली डिजीज होती है. और ये कैंसर के एडवांस स्टेज वाले 80% मरीजों को इफैक्ट करती है. कैशेक्सिया कैंसर से होने वाली मौतों में से करीब एक तिहाई का प्रमुख कारण भी है. कैशेक्सिया के मरीज मांसपेशियों के नुकसान, दिल की संरचना और कार्य में गिरावट और समग्र रूप में जीवन की खराब गुणवत्ता का अनुभव करते हैं.
यह भी पढ़ें-
कुर्सी पर घंटों बैठकर काम करने से बिगड़ सकता है बॉडी पोस्चर, 20 साल बाद दिखने लगेंगे कुछ ऐसे…
क्या कहते हैं जानकार
अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ नार्थ कैरोलिना की ट्रेसी पैरी प्रयोगशाला के स्नातक छात्र लुइसा टिची (Louisa Tichy) के अनुसार, ‘ज्यादातर एक्सरसाइज, खासकर एरोबिक किफायती हैं. लगातार एरोबिक एक्सरसाइज (दौड़ना, रस्सी कूदना आदि) कैंसर की जटिलताओं और रिस्क को कम करते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी स्टडी ने संकेत दिया है कि ट्यूमर के असर से पहले एक्सरसाइज दिल की संरचना और कार्य को संरक्षित करके कैंसर कैशेक्सिया के दौरान महत्वपूर्ण कार्डियोप्रोटेक्टिव (cardioprotective) की भूमिका निभाते हैं.’
यह भी पढ़ें-
सेब की ‘चमक और ताजगी’ भी बन सकती है बीमारी की वजह! स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
इसके अलावा रोजाना एक्सरसाइज करना किडनी की बीमारी को बढ़ने नहीं देता है और तो और, इससे दिल से जुड़ी समस्याएं भी कम होती हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की मानें तो वयस्कों को एक सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम-तीव्रता या कम से कम 75 मिनट की तेज चलना या जॉगिंग करनी चाहिए. इस स्टडी में पाया गया कि किडनी की बीमारी से पीड़ित लोग जिनकी एक्टिविटी का लेवल WHO के लेवल से कम से कम दो गुना अधिक था, वो लगभग दो सालों तक स्वस्थ रहे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Cancer, Health, Health News, Lifestyle