ऑपरेशन गंगा अपडेट: यूक्रेन के पड़ोसी देशों से अब तक कितने भारतीयों की हुई वापसी? सरकार ने जारी किए आंकड़े


नई दिल्ली. रूसी हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू ‘ऑपरेशन गंगा’ के अंतर्गत अब तक करीब 16 हजार छात्रों को सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है. विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को यह जानकारी दी.

सिंधिया ने ट्वीट किया, ‘ऑपरेशन गंगा अपडेट: हमने 76 उड़ानों के माध्यम से 15920 से अधिक छात्रों को सफलतापूर्वक निकाला है. इसमें रोमानिया से 31 उड़ानों के जरिए 6680 छात्रों को, पोलैंड से 13 उड़ानों में 2822 छात्रों को, जबकि हंगरी से 26 उड़ानों में 5300 और स्लोवाकिया से 6 उड़ानों के माध्यम से 1118 छात्रों को सुरक्षित निकाला गया है.’

क्या है ऑपरेशन गंगा
‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारतीयों को जमीनी सीमा चौकियों के जरिए यूक्रेन से निकलने के बाद हंगरी, रोमानिया, पोलैंड और स्लोवाकिया से हवाई मार्ग से स्वदेश लाया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि यूक्रेन का हवाई क्षेत्र रूस की सैन्य कार्रवाई के बाद 24 फरवरी से ही बंद है और भारत अपने नागरिकों को रोमानिया, हंगरी और पोलैंड के रास्ते विशेष विमानों के जरिये वापस ला रहा है.

पिछले 24 घंटों में करीब 2,500 भारतीयों को निकाला गया
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में 13 उड़ानों में करीब 2,500 भारतीयों को निकाला गया. उन्होंने कहा कि हंगरी, रोमानिया और पोलैंड से फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए अगले 24 घंटों में सात उड़ानें निर्धारित हैं. बुडापेस्ट से पांच उड़ानें होंगी, पोलैंड में रेज़ज़ो और रोमानिया में सुचेवा से एक-एक उड़ान संचालित की जाएगी. एक अधिकारी ने कहा, ‘ऑपरेशन गंगा के तहत, अब तक 76 उड़ानें 15,920 से अधिक भारतीयों को भारत वापस ला चुकी हैं. इन 76 उड़ानों में से 13 उड़ानें पिछले 24 घंटों में भारत में उतरी हैं.’

हंगरी में भारतीय दूतावास ने की अहम घोषणा
हंगरी में भारतीय दूतावास ने ट्विटर पर एक ‘महत्वपूर्ण घोषणा’ पोस्ट की, जिसमें भारतीय छात्रों से कहा गया है कि वे भारत लौटने के लिए निर्दिष्ट संपर्क बिंदुओं पर रिपोर्ट करें. हंगरी में स्थित भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, ‘महत्वपूर्ण सूचना: भारतीय दूतावास ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम चरण की निकासी उड़ानों की रविवार से शुरुआत कर रहा है. जो भी छात्र (दूतावास के अलावा) खुद से किये गए प्रबंध में रह रहे हैं, उन्हें बुडापेस्ट स्थित यूटी 90 रकोजी हंगरी सेंटर में सुबह 10 बजे से 12 बजे तक पहुंचने का अनुरोध किया जाता है.’

यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने नागरिकों से तुरंत फॉर्म भरने को कहा
वहीं, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने उन सभी भारतीय नागरिकों से जो अभी भी संघर्षग्रस्त देश में फंसे हुए हैं, तत्काल एक ऑनलाइन फॉर्म भरने के लिए कहा. गूगल आवेदन पत्र में नाम, ईमेल, फोन नंबर, वर्तमान ठिकाना, पासपोर्ट का ब्योरा, लिंग और उम्र का विवरण देने को कहा गया है. आवेदन में दूतावास ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वर्तमान स्थिति बताने को भी कहा है. आवेदन में स्थलों की एक सूची दी गई है और उनमें से चयन का विकल्प दिया गया है.

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ऑनलाइन आवेदन में जिन स्थलों की सूची दी गई है वे इस प्रकार हैं- चेरकासी, चेर्निहिव, चेरनिवित्सी, निप्रोपेत्रोव्स्क, दोनेत्स्क, इवानो-फ्रांकिवस्क, खारकीव, खेर्सोन, खमेलनित्स्की, किरोवोग्राद, कीव, लुहांस्क, लवीव, मिकोलेव और ओडेसा. इसके अलावा पोलतावा, रिवने, सूमी, तेरनोपिल, विनित्स्या, वोलिन, जकरपत्या, जापोरोझ्या और झितोमीर को भी सूची में शामिल किया गया है.

अधिकारियों ने कहा कि संघर्ष शुरू होने से कुछ सप्ताह पहले परामर्श जारी होने के बाद से अब तक 21,000 से अधिक भारतीय यूक्रेन से बाहर आ गए हैं. इनमें से 19,920 भारतीय पहले ही भारत पहुंच चुके हैं. मानवीय सहायता की छह खेप पहले यूक्रेन के लिए भेजी गई थी और रविवार को छह टन वजन की एक और खेप आईएएफ की उड़ान से पोलैंड भेजी गई.

Tags: India, Russia, Ukraine



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