Pregnancy Symptoms: प्रेग्नेंसी में सिर्फ पीरियड्स ही मिस नहीं होते, ये संकेत भी आते हैं नजर


Pregnancy Symptoms: जब कोई महिला सेक्सुअली एक्टिव है और किसी महीने पीरियड्स (Periods) मिस हो जाते हैं तो निश्चित तौर पर ये प्रेग्नेंसी के लक्षण हो सकते हैं. लेकिन आपको बता दें कि केवल पीरियड्स‍ मिस होना ही गर्भावस्था के लक्षण नहीं हो सकता.

मायोक्‍लीनिक के मुताबिक, इसके अलावा भी कई ऐसे लक्षण हैं जो प्रेगनेंट होने का संकेत देते हैं. आज के समय में तमाम हार्मोनल परेशानियों की वजह से पीरियड मिस होने की समस्या होने लगी है. ऐसे में सिर्फ पीरियड के मिस होने पर प्रेग्नेंसी (Pregnancy) का अंदाजा लगाना गलत भी साबित हो सकता है. इसलिए आज हम आपको ऐसे ही अन्य प्रेग्नेंसी संकेतों (Symptoms) के बारे में बताएंगे जो पीरियड मिस होने के अलावा प्रेग्नेंसी का संकेत देते हैं.

प्रेग्नेंसी के लक्षण (Symptoms of pregnancy)

ब्रेस्ट साइज में अंतर

कंसीव करने के एक या दो हफ्ते बाद ही हार्मोनल बदलाव की वजह से ब्रेस्ट में भारीपन महसूस होने लगता है. ये भी प्रेग्नेंसी का संकेत हो सकता है. इसे इग्नोर न करें. हालांकि, कुछ महीने बाद यह हार्मोनल बदलाव की वजह से ठीक हो जाता है. इसे प्रेग्नेंसी का पहला लक्षण माना जा सकता है.

उल्‍टी आना

अगर आपको मॉर्निंग सिकनेस की समस्‍या हो रही है या दिन रात उल्‍टी जैसा महसूस होता है तो यह भी प्रेग्नेंसी का लक्षण हो सकता है. यह लक्षण कई लोगों को पहले तिमाही के बाद खत्‍म हो जाता है.

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अधिक यूरीन आना

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर अधिक ब्‍लड बनाता है जिससे किडनी ज्यादा मात्रा में फ्लूइड फिल्‍टर करती है. इस वजह से अधिक पेशाब लगने की समस्‍या रहती है.

थकान

एकाएक शरीर में थकान महसूस होना भी प्रेग्नेंसी का लक्षण हो सकता है. कई बार आप थोड़ी देर चलकर ही बैठना चाहते हैं या काम करते-करते थकावट महसूस करते हैं.

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वेजाइनल स्पॉट

कई बार पीरियड खुलकर नहीं आते लेकिन वेजाइनल स्पॉट आ जाता है, जिससे महिला को लगता है कि वो प्रेगनेंट नहीं है. लेकिन आपको बता दें कि वेजाइनल स्पॉट और क्रैम्प्स भी प्रेग्नेंसी का संकेत हैं.

मूड स्विंग होना

कंसीव करने के बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव शुरू हो जाते हैं. ऐसे में उसे व्यर्थ में गुस्सा, चिड़चिड़ाहट या मूड स्विंग की समस्या हो सकती है.

बॉडी टेम्प्रेचर बढ़ना

प्रेग्नेंसी के दौरान बॉडी का टेम्प्रेचर थोड़ा अधिक रहता है. ऐसे में अगर आप फैमिली बढ़ाने के लिए प्रयत्‍न कर रहे हैं तो रोज अपना टेंपरेचर लें और लिखें. अगर आप प्रेगनेंट हैं तो आपके बॉडी का टेंपरेचर बढ़ जाएगा.

Tags: Health News, Lifestyle, Pregnancy, Women Health

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