T-20 World Cup: टी-20 विश्व कप में कौन होगा टीम इंडिया का तीसरा पेसर, हार्दिक-नटराजन समेत इन नौ गेंदबाजों के बीच है मुकाबला


आईपीएल 2022 में अब तक तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन शानदार रहा है। पावर-प्ले में विकेट निकालने से लेकर रन बचाने तक तेज गेंदबाज बेहतरीन काम कर रहे हैं। मोहम्मद शमी ने शुरुआती कुछ ओवरों में, टी नटराजन ने मिडिल ओवर और हर्षल पटेल ने डेथ ओवर्स में बेहतरीन गेंदबाजी की है। इसी साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप होना है।

इस लिहाज से भारतीय चयनकर्ता भी आईपीएल पर नजर बनाए होंगे। लीग के बाद चयनकर्ता अगले कुछ सीरीज में उन्हीं खिलाड़ियों को चुन सकते हैं, जिन्हें वे टी-20 विश्व कप में खेलते हुए देखना चाहते हैं। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी की जगह टीम में पक्की मानी जा रही है।

ऐसे में सवाल उठता है कि टी-20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का तीसरा पेसर कौन होगा। इस जगह के लिए फिलहाल आठ पेसरों के बीच कड़ी टक्कर है। शमी को अगर मौका नहीं भी मिलता है, तो इन्हीं नौ पेसरों में से किसी एक को प्लेइंग-11 में जगह दी जाएगी। हम आपको बताते हैं उन नौ गेंदबाजों के बारे में…

टीम मैनेजमेंट या तो पांच बल्लेबाज, दो ऑलराउंडर और पांच गेंदबाजों को मैदान पर उतारने का फैसला ले सकता है। या फिर टीम छह बल्लेबाज, दो ऑलराउंडर और तीन स्पेशलिस्ट गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरेगी। पिछले टी-20 विश्व कप में टीम इंडिया छह बल्लेबाजों वाले स्ट्रैट्जी के साथ ही मैदान पर उतरी थी। तब रोहित, राहुल, कोहली, सूर्यकुमार और पंत पांच बल्लेबाज थे।

जडेजा और हार्दिक पांड्या के रूप में दो ऑलराउंडर मौजूद थे। हालांकि, पांड्या ने गेंदबाजी नहीं की थी और वह बतौर बल्लेबाज मैदान पर उतरे थे। हालांकि, अब वह फिट होकर आईपीएल में लौटे हैं और बेहतरीन गेंदबाजी भी कर रहे हैं। हार्दिक लगातार 140 प्लस के स्पीड को भी टच कर रहे हैं। ऐसे में उन्होंने विश्व कप के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है। 

हार्दिक पांड्या

हार्दिक पिछले साल टी-20 विश्व कप के बाद से क्रिकेट से दूर हो गए थे। उन्होंने नेशनल क्रिकेट एकेडमी, बैंगलोर में पूरी तरह से फिट होने के लिए काफी वक्त गुजारा। इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, दोनों में से किसी में हिस्सा नहीं लिया। इसके बाद आईपीएल में गुजरात टाइटंस ने उन्हें कप्तान नियुक्त किया।

हार्दिक ने आईपीएल 2022 में गेंदबाजी की और अब तक पांच मैचों में चार विकेट चटका चुके हैं। वह पावरप्ले और डेथ ओवर्स (16-20) दोनों में गेंदबाजी कर रहे हैं। उनका इकोनॉमी रेट भी बेहतरीन है। वह 7.56 की इकोनॉमी से रन लुटा रहे हैं। साथ ही कप्तानी की जिम्मेदारी ने भी पांड्या को और निखारने का काम किया है। इस अनुभव का इस्तेमाल हार्दिक टी-20 विश्व कप में कर सकते हैं।

बल्लेबाजी में भी पुराने हार्दिक पांड्या देखने को  मिले हैं। वही गुजरात टाइटंस के लिए तीसरे-चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं और ऑरेंज कैप की रेस में पांचवें नंबर पर हैं। हार्दिक ने पांच मैचों में 76.00 की औसत और 136.52 के स्ट्राइक रेट से 228 रन बनाए हैं। पिछले विश्व कप में उन्होंने गेंदबाजी नहीं की और इसकी कमी टीम इंडिया को खली थी। इस विश्व कप में वह बुमराह और शमी का बखुबी साथ निभा सकते हैं।

 

भुवनेश्वर कुमार

पिछले साल टी-20 विश्व कप में भुवनेश्वर कुमार खराब फॉर्म में चल रहे थे। इसका खामियाजा टीम इंडिया को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ हार से चुकाना पड़ा था। हालांकि, टी-20 विश्व कप के बाद भारतीय कप्तान तो बदल गया, लेकिन नए कप्तान रोहित शर्मा ने भुवनेश्वर पर भरोसा बनाए रखा। पिछले तीन सालों में टी-20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की ओर से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाजों में भुवनेश्वर तीसरे नंबर पर हैं। यही वजह रही कि रोहित ने भी उन पर भरोसा जताया।

भुवनेश्वर ने पिछले तीन सालों में 22 मैचों में 22 विकेट चटकाए हैं। 2021 टी-20 विश्व कप के बाद भुवनेश्वर ने सात मैच खेले हैं और आठ विकेट चटकाए हैं। वह इस दौरान सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में दूसरे नंबर पर हैं। हालांकि, आईपीएल 2022 में भुवनेश्वर कुछ खास फॉर्म में नहीं दिखे हैं, लेकिन उनका अनुभव किसी भी मौके पर काम आ सकता है। टीम मैनेजमेंट भी यही सोचकर उन्हें मौका दे सकती है। हालांकि, उन्हें कुछ और गेंदबाजों से तीसरे पेसर के रोल के लिए कड़ी टक्कर मिलेगी। 

हर्षल पटेल

टी-20 विश्व कप के बाद जिस तेज गेंदबाज जिसने सबसे ज्यादा प्रभावित किया है, वह हैं हर्षल पटेल। हर्षल आईपीएल 2021 में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे। हालांकि, उन्हें पिछले साल टी-20 विश्व कप में मौका नहीं मिला। हर्षल को न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले साल नवंबर में हुए टी-20 सीरीज में डेब्यू का मौका मिला और उन्होंने तब से लेकर अब तक आठ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत की ओर से सबसे ज्यादा 11 विकेट चटकाए हैं।

हर्षल के स्लोअर बॉल को पढ़ने में बड़े से बड़ा बल्लेबाज भी फेल रहा है। डेथ ओवर में हर्षल कमाल की गेंदबाजी करते हैं और यही वजह है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में मौका मिल सकता है। अभी भारत को आईपीएल के बाद कुछ और टी-20 मैच खेलने हैं और उसमें हर्षल की असली परीक्षा होगी। 



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