गोवा के अगले सीएम पर अब तक फैसला नहीं, 15 से बुलाया विधानसभा सत्र कहीं टालना न पड़ जाए!


पणजीः गोवा विधानसभा चुनाव (Goa assembly elections) में शानदार प्रदर्शन करने वाली बीजेपी राज्य में फिर से सरकार बनाने के लिए तैयार है. राज्यपाल ने 15 मार्च को विधानसभा का सत्र भी बुला लिया है. लेकिन अभी तक अगले मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला नहीं हो सका है. एक तरफ जहां मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) को ही फिर से सीएम की कुर्सी पर बिठाए जाने की चर्चा है तो दूसरी तरफ विश्वजीत राणे (Vishwajit Rane) का नाम भी फिजा में तैर रहा है. वहीं, ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी (BJP) किसी नए चेहरे को इस बार मौका दे सकती है. कहा तो ये भी जा रहा है कि अगर सोमवार तक सीएम का फैसला नहीं हुआ तो मंगलवार से शुरू होने वाला विधानसभा का सत्र टालना पड़ सकता है.

40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में बीजेपी ने इस बार 20 सीटें जीती हैं. वह बहुमत के मैजिक नंबर से महज एक कदम पीछे रही. सरकार बनाने के लिए उसने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (MGP) के 2 और 3 निर्दलीयों का समर्थन जुटा लिया है. राज्यपाल पीएस श्रीधरन ने 15 मार्च को विधानसभा का सत्र बुलाने का सर्कुलर जारी कर दिया है. राज्यपाल सोमवार 14 मार्च को नवनिर्वाचित विधायक गणेश गोवनकर को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाएंगे. उसके बाद गणेश 15 मार्च को सुबह 11:30 बजे विधानसभा का सत्र आहूत करेंगे. इसमें नव निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी.

प्रमोद सावंत को उम्मीद, फिर बनेंगे सीएम
विधानसभा का सत्र शुरू होने की तैयारी हो चुकी है, लेकिन राज्य के अगले मुख्यमंत्री, मंत्रियों और विभागों के बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं है. बीजेपी के केंद्रीय पर्यवेक्षक अभी तक गोवा नहीं पहुंचे हैं. पार्टी विधायक दल की बैठक भी नहीं हुई है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत राज्यपाल को अपना इस्तीफ सौंप चुके हैं. राज्यपाल ने उनसे कार्यवाहक सीएम बने रहने को कहा है. प्रमोद सावंत को उम्मीद है कि इस बार भी पार्टी उन्हीं को सीएम की कुर्सी पर बिठाएगी. प्रमोद सावंत ने तीसरी बार सांखली सीट से जीत हासिल की है. वह 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा के सीएम बने थे. इस बार उनके अगुआई में ही बीजेपी ने राज्य में 20 सीटें जीती हैं. लेकिन खुद प्रमोद मुश्किल से जीत हासिल कर पाए हैं. प्रतिद्वंदी प्रत्याशी से उनकी जीत का अंतर महज 666 वोटों का है.

कहीं राणे न बन जाएं रोड़ा
प्रमोद सावंत के साथ संभावित मुख्यमंत्री की दौड़ में जो नाम चल रहा है, वो है विश्वजीत राणे का. राणे पिछली सरकार मे स्वास्थ्य मंत्री रहे हैं. कोरोना काल में उनके काम की तारीफ भी हुई है. इस बार राणे ने 8 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है. उनकी पत्नी ने पोरियम सीट से बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की है. सीएम पर सस्पेंस के बीच शनिवार को राणे की राज्यपाल से मुलाकात के बाद चर्चाओं का दौर गरमा गया. हालांकि बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि यह उनकी निजी मुलाकात थी. वह राज्यपाल को अपने इलाके में आने का न्योता देने गए थे. जब उनसे सवाल किया गया कि क्या प्रमोद सावंत फिर से सीएम बनेंगे तो राणे का कहना था कि यह काफी संवेदनशील सवाल है. मुझे इसके बारे में नहीं पता. पार्टी नेतृत्व इस पर फैसला लेगा.

Tags: BJP, Goa, Goa Assembly Elections, Pramod Sawant



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