Uncut इंटरव्यू: ‘तुम बिन’ फेम हिमांशु मलिक Exclusive – वक्त ने मुझे बदल दिया
2012 में फिल्ममेकिंग का किया रुख
फिल्मों में कुछ खास नहीं मिलने पर उन्होंने 2012 में फिल्ममेकिंग का रुख किया। वो राइटिंग और डायरेक्शन में घुस गए। उन्होंने पहली शॉर्ट फीचर QED बनाई, लेकिन सक्सेसफुल नहीं रही। उन्होंने कई म्यूजिक वीडियो डायरेक्ट किए और कई बड़े ब्रांड्स के लिए एडवरटाइजिंग कंटेंट को भी देखा। इस बार वो अपनी पहली फिल्म लेकर आ रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने नवभारत टाइम्स से एक्सक्लूसिव बातचीत की।
‘इंडस्ट्री में नया था, कुछ समझ नहीं थी’
हिमांशु ने एक बार फिर उन सुनहरी यादों को ताजा किया। उन्होंने बताया कि जब वो ‘तुम बिन’ का ऑडिशन देने गए थे तो उन्होंने बहुत खराब परफॉर्मेंस दी थी, लेकिन दूसरा मौका मिलने पर उन्होंने अपना बेस्ट दिया और फिल्म मिल गई। हालांकि, इसके बाद वो कहां गुम हो गए? इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं इंडस्ट्री में नया था। कुछ जानता नहीं था। आर्टिस्ट मिजाज के थे तो अपने में ही खोए रहते थे। इसलिए ज्यादा किसी से मिलना-जुलना नहीं हुआ और इसी वजह से नेटवर्क कम होता चला गया।’
कास्टिंग काउच पर किया खुलासा
हिमांशु ने बॉलिवुड में कास्टिंग काउच पर भी खुलासा किया। उन्होंने हामी भरी कि वो भी इसका शिकार हो चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि हर ऐक्टर को हर मोड़ पर ये करना पड़ता है। ऐसा नहीं कि वो कुछ गंदा या गलत होता है। वो बहुत नैचुरल होता है। आपको डायरेक्टली कोई नहीं बोलता है। आपकी इच्छा होती है कि आपको अपने आप को देना चाहते हैं। इसलिए कास्टिंग काउच है या नहीं, ये अपने आप में बहुत अजीब सवाल है। मुझे लगता है कि जो ऐक्टर्स कास्टिंग काउच के शिकार हो जाते हैं, उनका फ्यूचर नहीं होता है। क्योंकि दुर्भाग्य से वो इस्तेमाल होकर छोड़ दिए जाते हैं। जो बहुत बुरा है। कास्टिंग काउच है, हमेशा रहेगा। यहां सब इज्जत वाले लोग हैं, इसलिए इज्जत से अप्रोच करते हैं। यहां दल्लागिरी वाली बातें नहीं होती हैं। कोई फिल्मी सीन नहीं है। सब दोस्त ही होते हैं। ये सबको पता होता है कि आप जितना करीब जाओगे, उतना फायदा होगा। दोस्तों के बीच में ही होता है सबकुछ। मैं ये नहीं कह रहा कि ये गलत है या सही है। कुछ बड़े-बड़े फिल्ममेकर्स हैं, जो चाहते हैं कि अपने लीडिंग मैन के साथ हीरो के साथ मोहब्बत करें, उनके साथ इश्क लड़ाएं, वो उनकी नीड है। इसमें कुछ भी गलत और सही नहीं है।’
इरफान खान ने की थी तारीफ
हिमांशु ने महेश भट्ट संग भी काम किया है। उन्होंने बताया कि उन्हें इरफान खान संग स्क्रीन शेयर करने का मौका मिला, जोकि उनके लिए बहुत बड़ी बात थी। वो एक किस्सा बताते हैं, ‘एक सीन में इरफान को मुझे थप्पड़ मारना था। बहुत इंटेंस सीन था। मैंने भट्ट साहब को बोला कि उन्हें (इरफान) को बोलिये कि मुझे सच में थप्पड़ मारें, उससे हम दोनों ही उस सीन में घुस जाएंगे। तब इरफान मुड़कर बोले कि भाई, बहुत कम ऐक्टर्स ऐसे होते हैं, जो ऐसा बोलते हैं।’ पूरी फिल्म खत्म होने के बाद महेश भट्ट ने भी हिमांशु की तारीफ की थी।