Who is Tilak Varma: कोरोना के कारण घर की हो गई थी हालत खराब, कोच के खर्चे पर चला तिलक का जीवन, अब मुंबई ने खरीदा


स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: रोहित राज
Updated Mon, 14 Feb 2022 09:16 AM IST

सार

बेंगलुरु में आईपीएल के लिए दो दिनों तक खिलाड़ियों की नीलामी हुई। 12 और 13 फरवरी को कुल 204 खिलाड़ियों पर बोली लगी। इनमें कुछ ऐसे अनजान चेहरे भी हैं जिन्हें नीलामी में करोड़पति बनते देख लोग हैरान हो गए। हैदराबाद के तिलक वर्मा उन्हीं में से एक हैं।

तिलक वर्मा अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में भारतीय टीम के सदस्य थे।

तिलक वर्मा अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में भारतीय टीम के सदस्य थे।
– फोटो : सोशल मीडिया

ख़बर सुनें

विस्तार

बेंगलुरु में आईपीएल के लिए दो दिनों तक खिलाड़ियों की नीलामी हुई। 12 और 13 फरवरी को कुल 204 खिलाड़ियों पर बोली लगी। इनमें कुछ ऐसे अनजान चेहरे भी हैं जिन्हें नीलामी में करोड़पति बनते देख लोग हैरान हो गए। हैदराबाद के तिलक वर्मा उन्हीं में से एक हैं। उन्हें मुंबई इंडियंस ने 1.7 करोड़ रुपये में खरीदा। कभी तिलक के पास खाने को लेकर पैसे नहीं थे। अब वे करोड़पति बन चुके हैं।

हैदराबाद के चंद्रयानगुट्टा में तिलक वर्मा गलियों में क्रिकेट खेलते थे। नौ साल की उम्र में ही बैट लेकर खड़े होने का अंदाज (स्टांस) कट और पुल शॉट खेलने का तरीका जबरदस्त था। पिता इलेक्ट्रीशियन थे और अपने बेटे की जरूरतों को पूरा करने में सफल नहीं हो रहे थे। फिर कोच ने आगे बढ़कर तिलक वर्मा का साथ दिया और वे आज आईपीएल की सबसे सफल टीम में पहुंच गए।

कोच को दिया सफलता का श्रेय

तिलक क्रिकेट में अपनी सफलता श्रेय कोच सलाम बायश को देते हैं। उनके मुताबिक, अगर सलाम बायश नहीं होते तो उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए जरूरी सामान नहीं मिल पाते। यहां तक कि मुश्किल समय में सलाम बायश ने उन्हें अपने घर में भी रखा। तिलक के पिता नम्बूरी नागराजू के पासा बेटे को क्रिकेट एकेडमी में भेजने के लिए पैसे नहीं थे। इस बारे में तिलक ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि आप मेरे बारे में भले ही मत लिखो, लेकिन मेरे कोच के बारे में जरूर लिखना। उनका जिक्र जरूर होना चाहिए।

तिलक ने कहा, “कोच ने मेरे लिए क्रिकेट के सामान खरीदे। लेगाला क्रिकेट एकेडमी में ज्यादातर खर्च उन्होंने ही उठाया। यह सफलता उनके और मेरे परिवार की देन है।” कोरोना महामारी में तिलक के पिता को काम मिलना बंद हो गया था। परिवार के चार सदस्यों का पालन-पोषण मुश्किल हो गया था। ऐसी परिस्थिति में तो तिलक को क्रिकेट छोड़ने पर मजबूर होना पड़ता, लेकिन कोच सलाम बायश ने उनका साथ दिया।

कोरोना के कारण खर्चों में हुई थी कटौती

तिलक ने आगे अपनी कहानी सुनाते हुए कहा, “यहां तक पहुंचने में बहुत तकलीफ हुई। कोरोना में हमें अपने खर्चों में कटौती करनी पड़ी है। कोच ने यह तय किया कि मैं लगातार क्रिकेट खेलना जारी रखूं। किसी दिन तो चीजें बेहतर होंगी। मुझे पता था कि एक दिन मैं आईपीएल जरूर खेलूंगा, लेकिन इतने पैसे के बारे में कभी नहीं सोचा था। मुंबई मेरी पसंदीदा टीम रही है। उसके लिए खेलना सपना सच होने के जैसा होगा। मुझे वहां सीखने का और गलतियों को ठीक करने का मौका मिलेगा।”

मुंबई के अलावा हैदराबाद, चेन्नई और राजस्थान ने भी लगाई थी बोली

तिलक वर्मा का बेस प्राइस 20 लाख रुपये था। उनके लिए सिर्फ मुंबई ने बोली नहीं लगाई। सनराइजर्स हैदराबाद, राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच भी कड़ी टक्कर देखने को मिली। तिलक बल्लेबाजी के अलावा ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं। तिलक के कोच सलाम बायश ने कहा कि इस खिलाड़ी को अभी लंबा रास्ता तय करना है। मुझे खुशी है कि इसे पहली सफलता मिल गई है। यह उसकी दृढ़ता का परिणाम है। मुंबई ने हार्दिक पंड्या और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों को बनाया है। तिलक को वहां काफी कुछ सीखने को मिलेगा।

प्रभावशाली हैं तिलक के आंकड़े

तिलक के आंकड़ों को देखें तो उन्होंने रणजी ट्रॉफी में आंध्र के खिलाफ डेब्यू किया था। अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 में वे टीम इंडिया के लिए खेले थे। तब भारतीय टीम बांग्लादेश से फाइनल में हार गई थी। तिलक ने वर्ल्ड कप के दो मैचों में 38 और 48 रन की पारी खेली थी। विजय हजारे में उन्होंने पांच मैचों में 180 रन बनाने के साथ-साथ चार विकेट भी लिए थे। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 147.26 की स्ट्राइक रेट से सात मैचों में 215 रन बनाए थे।



Source link

Enable Notifications OK No thanks