यश जौहर (Yash Johar) ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को कई शानदार फिल्में दी हैं. यश अपनी फिल्मों में भव्यता के लिए जाने जाते थे और अपनी फिल्मों के सेट और लोकेशन का खास ख्याल रखते थे. जाहिर है इसमें काफी पैसा भी खर्च होता था. यश जौहर ने 1976 में अपना प्रोडक्शन हाउस, धर्मा प्रोडक्शन्स (Dharma Productions) लॉन्च किया था. इसके बैनर तले पहली फिल्म ‘दोस्ताना’ (Dostana) बनाई थी. फिल्म मेकिंग का धंधा कुछ ऐसा है कि इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता कि फिल्म चलेगी या नहीं. फिल्म चल गई तो बल्ले-बल्ले लेकिन नहीं चली तो भारी आर्थिक संकट भी झेलना पड़ता है. ऐसा ही एक बार यश जी के साथ भी हुआ था. आज उनकी पुण्यतिथि पर बताते हैं वो किस्सा जिसकी वजह से यश को अपने बेटे करण जौहर की सफलता को लेकर भरोसा हो गया था.
बॉलीवुड के फेमस प्रोड्यूसर और के फाउंडर यश जौहर का जन्म पाकिस्तान के लाहौर में 6 सितंबर 1929 में हुआ था और निधन 26 जून 2004 को मुंबई में हुआ था. यश जौहर ने अपना बॉलीवुड करियर 1962 में सुनील दत्त के प्रोडक्शन हाउस अजंता आर्ट्स के बैनर तले शुरू किया था. कई फिल्में बनाने के बाद साल 1976 में यश ने अपना प्रोडक्शन हाउस शुरू किया और राज खोसला के निर्देशन में इसके बैनर तले बनी पहली फिल्म ‘दोस्ताना’. पहली ही फिल्म जबरदस्त सफल हुई. करण जौहर ने अपने पापा की पहली फिल्म के 40 साल पूरा होने पर एक इमोशनल पोस्ट किया था.
(फोटो साभार:karanjohar/Instagram)
यश जौहर को अपने बेटे पर हुआ था फख्र
यश जौहर के बेटे करण जौहर ने भी पिता की राह पर चलते हुए फिल्म निर्माण में करियर बनाया है. करण जौहर आज फिल्म इंडस्ट्री के फेमस प्रोड्यूसर हैं. करण को फिल्मी दुनिया में आने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ी क्योंकि पापा यश ने सब कुछ सेट रखा था. लेकिन एक वक्त ऐसा आया था जब करण की वजह से यश जौहर मुसीबत से बाहर निकल पाए थे.
यश जौहर जुबान के पक्के थे
इसका किस्सा जाने माने एक्टर अन्नू कपूर ने एक शो में बताया था. ‘सन 1986 में यश जौहर फिल्म ‘मुकद्दर का फैसला’ बना रहे थे. यश अपनी इस फिल्म में प्राण को लेना चाहते थे लेकिन उनकी फीस देने के लिए पैसे नहीं थे. उस दौर में प्राण की फीस 15 से 20 लाख के करीब हुआ करती थी. यश जी को समझ नहीं आ रहा था कि बिना पैसे के प्राण से बात करे तो कैसे करे. एक दिन कुछ सोचकर प्राण के पास पहुंचे और फिल्म का प्रस्ताव रख दिया. इसके साथ अपनी माली हालत भी बयां कर दी. प्राण ने कहा ‘मैं आपकी फिल्म में काम करने के लिए तैयार हूं. जब पैसे हो तब मेरी फीस दे देना’. वह जानते थे कि यश अपनी जुबान के पक्के हैं.
यश जौहर की कई फिल्में फ्लॉप हो गईं
फिल्म बनी लेकिन बॉक्स ऑफिस पर पिट गई. जब फिल्म चली ही नहीं तो प्राण साहब को देने के लिए पैसे भी नहीं हो पाए. इसके बाद एक के बाद कई फिल्में बनाई और फ्लॉप होती गई. यश जौहर की हालत सुधरने की बजाय बिगड़ने लगी, लेकिन फिल्में बनाना नहीं छोड़ा. यश जौहर ने शाहरुख खान रानी मुखर्जी और काजोल को लेकर फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ बनाने का फैसला कर लिया.
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करण के निर्देशन में पहली फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ बनी
इस फिल्म को लिखा और डायरेक्ट बेटे करण जौहर ने किया. इसी फिल्म से करण ने निर्देशन की शुरुआत की थी. करण के निर्देशन में बनी पहली फिल्म सुपरहिट हुई. ‘कुछ कुछ होता है’ सिर्फ इंडिया ही नहीं बल्कि विदेशों में भी पसंद की कई. ये फिल्म उस साल की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई. ऐसी बंपर कमाई हुई और बेटे की वजह से यश अपने तमाम कर्जे उतार पाने में सफल हुए. करीब 11 साल बाद प्राण की फीस भी लौटा दी,क्योंकि यश जुबान के पक्के थे.
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Tags: Death anniversary, Death anniversary special, Dharma Productions, Karan johar
FIRST PUBLISHED : June 26, 2022, 07:00 IST