राकेश मारिया को 2014 में मुंबई पुलिस आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था और फिर 2015 में होम गार्ड्स के महानिदेशक के रूप में प्रमोट कर दिया गया। उन्होंने 36 वर्षों तक मुंबई पुलिस की सेवा की और 2017 में रिटायर हो गए। अपनी सर्विस के दौरान राकेश (Rakesh Maria Achievements) ने ऐसे झंडे गाड़े हैं जिन्हें छू पाना शायद ही किसी के बस की बात है।
राकेश मारिया ने जब ब्लास्ट केस सुलझाया
अपनी किताब ‘Let me say it now’ में राकेश मारिया ने लिखा कि जब वह ऑफिसर सामरा के घर पहुंचे तो वहां जॉइंट सीपी (क्राइम) महेश नारायण भी थे। वो पहली बार था जब वो एकसाथ सीपी और जॉइंट सीपी के सामने थे। राकेश मारिया को मुंबई में काम संभाले अभी 22 महीने ही हुए थे। लेकिन उन्हें मुंबई सीरियल ब्लास्ट केस (Mumbai Serial Blast Case) के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर के रूप में रखा गया।
जब राकेश मारिया के कब्जे में आए संजय दत्त
पुलिस ने जब साजिश में शामिल तीन लोगों को पकड़ा उसके बाद जो नाम सामने आया वो चौंकाने वाला था क्योंकि वो नाम था ऐक्टर संजय दत्त (Sanjay Dutt) का। इसके बारे में मारिया ने अपनी किताब में भी लिखा है कि उन्हें ये नाम सुनने के बाद भरोसा नहीं हुआ था कि ये कैसे? उस वक्त संजय दत्त (Sanjay Dutt Rakesh Maria) के घर पर तीन एके-56 रायफल, 25 हैंड ग्रेनेड और एक 9 एमएम पिस्टल मिली थी।
संजय दत्त की गिरफ्तारी: शॉकिंग
19 अप्रैल 1993 को संजय दत्त (Sanjay Dutt Jail) के फ्लाइट से उतरते ही राकेश मारिया ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद संजय दत्त को बड़ा झटका लगा। तब संजय लगातार बोल रहे थे, ‘आप ये नहीं कर सकते हैं। मेरी फैमिली इंतज़ार कर रही है। मुझे एक बार मिलने दीजिए।’ तब मारिया ने संजय दत्त से कहा था, ‘तुम अपनी कहानी खुद बताओगे या मैं बताऊं।’ संजय दत्त अपनी गलती मानने को तैयार नहीं थे। लेकिन बाद में संजय दत्त ने मारिया को सारी बात बताई जिसकी उन्होंने सज़ा भी काटी।
दाऊद और टाइगर मेनन का खुलासा
एक रात राकेश मारिया को ख़बर मिली कि वर्ली में हथियारों से भरी एक वैन मिली है जिसमें सात एके-56 असॉल्ट रायफलें, 14 मैग्ज़ीन, पिस्टल और चार हैंड ग्रेनेड थे। साथ ही ये भी पता चला कि वो वैन रुबिना सुलेमान मेमन के नाम पर है। ये पहली बार था जब ब्लास्ट की जांच से टाइगर मेमन का नाम जुड़ा और उसके बाद जो हुआ वो कहानी है।