फिल्म देखकर सिनेमाघर से निकले यह शख्स कहते नजर आ रहे हैं, ‘ये सच्चाई है इस देश की। इस देश के सेक्युलर, सेक्युलर शब्द भी मत बोलो, कायर बोलो, उनलोगों ने ये सच्चाई छुपा के रखी है। धन्यवाद दूंगा इस डायरेक्टर को जो ये सच बाहर लाया। जूता मारो उन्हें, जिन्होंने इसकी सच्चाई छुपा के रखी है। इस देश को बर्बाद किया है। 1947 में कितने हम बर्बाद हुए आपलोगों को मालूम है? किसी किताब में पढ़ाया गया? जब निकलती थीं हिंदू औरतें तो उन्हें नंगा किया जाता था, क्या किसी किताब में पढ़ाया गया? लेकिन हिटलर ने क्या किया ये पढ़ाया गया। मैं हॉल में जहां बैठा था पीछे कुछ लड़के हंस रहे थे, अगर उनकी मां-बहनें होती वहां तो वो हंसते…ये पिक्चर नहीं है, ये हमारे देश की सच्चाई है।’
इसके आगे वह बोलते हुए बिलख कर रो पड़ते हैं। वह रोते हुए कह रहे हैं, ‘मुझे किसी मुसलमान से नफरत नहीं है, मुझे नफरत है देश के सेक्युलर हिंदुओं से, इस देश को बर्बाद किया है सेक्युलर हिंदुओं ने, किसी और ने नहीं। आज भी गली-गली में गद्दार हैं, इन गद्दारों से व्यापार करना बंद करो। अगर मेरा सगा भाई भी सेक्युलर है तो वो मेरा दुश्मन है।’
इस फिल्म में अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती के अलावा पल्लवी जोशी और दर्शन कुमार जैसे शानदार कलाकार हैं।