पर्दे पर फूलों के टकराने से होती थी सिहरन, अब Intimacy डायरेक्‍टर ऐसे शूट करते हैं Kiss और Bold सीन


दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की फिल्म ‘गहराइयां’ (Gehraiyaan) चर्चा में है। फिल्‍म भले ही फरवरी के दूसरे सप्ताह में ओटीटी पर रिलीज हो रही है, लेकिन ट्रेलर लॉन्च के साथ ही फिल्‍म में दीपिका और सिद्धांत चतुर्वेदी (Siddhant Chaturvedi) के किसिंग सीन ने हंगामा मचा दिया है। वैसे यह पहली बार नहीं है, जब दीपिका ने ऑनस्क्रीन किसिंग सीन दिया हो, इससे पहले भी वो ‘बचना ऐ हसीनों’, ‘ये जवानी है दीवानी’, ‘लफंगे परिंदे’, ‘रामलीला’, ‘लव आज कल’, ‘ब्रेक के बाद’, ‘तमाशा’, और ‘फाइंडिंग फेनी’ जैसी फिल्मों में लिप लॉक कर चुकी हैं। हालांकि, इस बार शोर शायद इसलिए भी ज्‍यादा है कि रणवीर सिंह के साथ शादी के बाद यह पहला मौका है, जब वह पर्दे पर किसी ऐक्‍टर को किस कर रही हैं। ‘गहराइयां’ मे इंटीमेट सीन भी हैं। हिंदी फिल्मों में एक जमाना ऐसा था, जब किसिंग सीन (Kissing Scene) को दो फूलों का मिलन करवाकर दिखाया जाता था। लेकिन समय के साथ दर्शक बदले। दौर बदला। स्मूचिंग सीन खास से आम हो गए। अब इस तरह के सीन को फिल्माने के लिए बकायदा इंटीमेसी डायरेक्टर (Intimacy Director) होने लगे हैं। सिनेमा में किस‍िंग सीन यह रूप कैसे बदला, आइए इसी की एक पड़ताल करते हैं।

अब किसिंग से किसी को नहीं है परहेज!
आज हर दूसरी फिल्म में हीरो-हीरोइन किसिंग सीन को बड़ी सहजता से करते नजर आते हैं। दीपिका पादुकोण हों या ऐश्वर्या राय बच्‍चन या फिर प्रियंका चोपड़ा। कंगना रनौत हो या करीना कपूर, आलिया भट्ट, परिणीति चोपड़ा। वाणी कपूर हो या अनुष्का शर्मा, श्रद्धा कपूर। बॉलिवुड की तकरीबन हर ऐक्‍ट्रेस पर्दे पर कभी न कभी किसिंग सीन देकर सनसनी मचा चुकी हैं। पर्दे पर किसिंग सीन देने में हमारे ऐक्‍टर्स भी पीछे नहीं है। कभी इमरान हाशमी सीरियल किसर माने जाते थे। लेकिन ‘श‍िवाय’ में अजय देवगन तक ने ‘नो किसिंग सीन’ के अपने नियम को तोड़ा। कार्तिक आर्यन, वरुण धवन, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह जैसे यंग स्टार हों या अक्षय कुमार, रितिक रोशन, जॉन अब्राहम सरीखे सीनियर स्टार, इनक किसिंग सीन भी दर्शकों में चर्चा का विषय रहे हैं।

gehraiyan

तब और अब में बोल्‍ड होता गया सिनेमा
दिलचस्प बात यह है कि कुछ साल पहले तक किसिंग सीन हिंदी फिल्मों के लिए एक बड़ा टैबू हुआ करते थे। इस तरह के सीन्स पर इमरान हाशमी, हिमांशु मलिक, मल्लिका शेरावत, बिपाशा बसु, तनुश्री दत्ता, मेघना नायडू सरीखे हीरो-हीरोइन का एकाधिकार माना जाता था। लेकिन साठ-सत्तर के दशक में ऐक्‍टर और ऐक्‍ट्रेसेस के बीच किसिंग की सिचुएशन बनते ही प्रतीकात्मक तरीके से दो फूलों का मिलना या फिर किसी हरे-भरे पेड़ के पीछे जाकर सिर टकराने को किस मान लिया जाता था।

befikre

‘मीटू मूवमेंट’ के कारण बढ़ा इंटीमेसी डायरेक्टर का चलन
‘गहराइयां’ में दीपिका पादुकोण के साथ किसिंग सीन देनेवाले ‘गली बॉय’ फेम सिद्धांत चतुर्वेदी ने हमारे सहयोगी ईटाइम्स को बताया, ‘ये सच है कि अगर सेट पर इंटीमेसी डायरेक्टर या कोऑर्डिनेटर नहीं होता, तो मेरे लिए ये सीन करना आसान नहीं होता।’ बॉलिवुड की फिल्मों में पहली बार इंटीमेसी डायरेक्टर को अपॉइंट करने वाले डायरेक्‍टर हैं राम कमल मुखर्जी। ‘केक वॉक’, ‘सीजंस ग्रीटिंग्स’ और ‘एक दुआ’ जैसी फिल्मों के निर्देशक राम कमल मुखर्जी कहते हैं, ‘मैं मानता हूं कि किसिंग सीन्स हिंदी फिल्मों का अहम हिस्सा रहे हैं, मगर बदलते दौर के साथ इन्हें फिल्माने का तरीका भी बदला है। बॉलिवुड में मैंने 2019 में सेलिना जेटली संग ‘सीजंस ग्रीटिंग्स’ के लिए पहली बार इंटीमेसी डायरेक्टर का इस्तेमाल किया। उस वक्त मीटू मूवमेंट जोरों पर था और मेरी फिल्म ऋतुपर्णो घोष को ट्रिब्यूट थी। मैं नहीं चाहता था कि सेट पर मेरी हीरोइन सेलिना जेटली को किसी तरह की कोई असहजता महसूस हो। मैंने सेलिना से इस मुद्दे पर डिस्कस किया और आपसी सहमति से हमने कोलकाता में मनीषा बसु जैसी इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर को नियुक्त किया। इंटीमेसी डायरेक्टर कलाकार के लिए न सिर्फ बोल्ड सीन्स डिजाइन और कोरियोग्राफ करता है, बल्कि कलाकारों को सहज भी बनाता है। होटल के जिस रूम में हमने ये सीन फिल्माए वहां पर पूरी यूनिट महिलाओं की थी और मैं और मेरा कैमरामैन दूसरे कमरे में मॉनिटर पर बैठकर सीन मॉनिटर कर रहे थे।’

intimacy

ललिता पवार ने दिया था पहली बाद पर्दे पर किसिंग सीन
यह बात बहुत कम लोगों को पता है। लेकिन दिलचस्‍प है कि 30-40 के दशक में भी ऐक्‍ट्रेसेस इस मामले में बिंदास थीं। साल 1930 में रिलीज हुई फिल्म ‘आलम आरा’ से हिंदी फिल्मों ने भले ही पहली बार बोलना सीखा हो, मगर किसिंग सीन के मामले में उस दौर का सिनेमा अपने समय से कहीं आगे था। 1929 में रिलीज हुई मूक फिल्म ‘अ थ्रो ऑफ डाइस’ में सीता देवी पहली ऐसी हीरोइन थीं, जिन्होंने पर्दे पर चारू रॉय संग किसिंग सीन दिया था। उनके अलावा 1932 में आई ‘जरीना’ में जुबैदा के किसिंग सीन ने सुर्खियां बटोरी थीं। कहा जाता है कि ‘जुबैदा’ को उस तरह के बोल्ड किस के लिए तगड़ा मेहनताना भी दिया गया था। हालांकि उससे पहले हिंदी फिल्मों की मशहूर वैम्‍प ललिता पवार ने साइलेंट मूवी ‘पति भक्त’ में किसिंग सीन दिया था। इसी तरह साल 1933 आई ‘कर्मा’ में देविका रानी ने भी रुपहले पर्दे पर किस करने का साहस किया था। उस जमाने में साड़ी-ब्लाउज में लिपटी हीरोइन के किसिंग सीन ने काफी कोहराम मचाया था, मगर देविका रानी पर्दे पर अपने रियल लाइफ के हीरो यानी पति हिमांशु राय को ही किस करते दिखीं थीं, इसलिए मामला संभल गया था।

bobby

लंबे अरसे तक पर्दे से नदारद रहा लिपलॉक
साल 1947 में स्थापित किए गए फिल्म एडवाइजरी बोर्ड के 1952 के सिनेमैटोग्राफी एक्ट के तहत किसिंग सीन को अश्लील और अशोभनीय करार देकर उसे फिल्मों से बैन कर दिया। उसके बाद फिल्मों में सिम्बॉलिक रूप से किसिंग सीन फिल्माने का सिलसिला चल निकला। 1973 में सिनेमा के ग्रेट शो मैन कहे जाने वाले राज कपूर ने इस बैन को तोड़ा और ‘बॉबी’ में डिंपल कापड़िया और ऋषि कपूर के किसिंग सीन को फिल्म में अहम जगह दी। 1978 में आई उन्हीं की ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में जीनत अमान और शशि कपूर के बीच हॉट किसिंग सीन को आज भी याद किया जाता है। उसके बाद तो हिंदी सिनेमा में चुंबन यानी क‍िसिंग की राह आसान हो गई।

raja-hindustani

माधुरी से जूही और करिश्‍मा तक, किस पर मचा खूब शोर
साल 1988 में आई ‘दयावान’ में माधुरी दीक्षित-विनोद खन्ना, जबकि उसी साल रिलीज हुई ‘कयामत से कयामत तक’ में जूही चावला-आमिर खान ने किससिंग सीन दिए। साल 1996 में रिलीज हुई ‘राजा हिंदुस्तानी’ में आमिर-करिश्मा के किसिंग सीन्स ने खूब कहर ढाया, तो साल 2000 में सिनेमा हॉल में दिखी कमल हासन की ‘हे राम’ में रानी मुखर्जी के साथ उनकी स्मूचिंग की खूब खबरें बनीं।

murder

‘किस कर-कर के मेरे होंठ सूज गए हैं यार’
अपनी तकरीबन हर हीरोइन के साथ किसिंग सीन देकर इमरान हाशमी ने बॉलिवुड में ‘सीरियल किसर’ टर्म ईजाद किया। ‘मर्डर’, ‘आशिक बनाया आपने’, ‘तुमसे नहीं देखा’, ‘गैंगस्टर’, ‘किलर’, ‘द ट्रेन’, ‘राज 2’, ‘तुम मिले’, ‘जन्नत’, ‘क्रूक’, ‘द डर्टी पिक्चर’, ‘एक थी डायन’ और ‘मर्डर 2’ जैसी फिल्मों में इमरान ने ऐक्‍ट्रेसेस के होंठ से खूब होंठ मिलाए। उन्होंने अपने इंटरव्यू में यह बात भी स्वीकारी थी कि उनके किसिंग सीन घर में बीवी परवीन के साथ झगड़े का कारण बनते हैं, मगर फिर बीते कुछ साल में इमरान हाशमी ने भी अपनी इस इमेज से तंग आकर सीरियल किसर की इमेज से तौबा करने का ऐलान कर दिया था। एक इवेंट में उन्होंने सरेआम कहा, ‘यार मैं किसिंग मैन की इमेज से उकता गया हूं। कोई मेरे दर्द को नहीं देखता (मजाकिया अंदाज में), 17 साल करके दिखाओ, हर फिल्म में 20 किस। मेरे होंठ सूज गए हैं यार।’

khwahish

मल्‍ल‍िका शेरावत और एक फिल्‍म में 17 किसिंग सीन
ठीक इसी तरह से पर्दे पर किस को बिंदास ढंग से करने का श्रेय मल्लिका शेरावत को भी जाता है। जब उन्होंने पहली बार 2003 में रिलीज हुई फिल्म ‘ख्वाहिश’ में अपने हीरो हिमांशु मल्लिक को ताबड़तोड़ 17 बार किस दिए, तो पर्दे पर आग लग गई। फिर क्या था बॉलिवुड में बी और सी ग्रेड फिल्मों में रातों-रात लाइम लाइट में आने के लिए बिपाशा बसु, मेघना नायडू, नेहा धूपिया, सेलिना जेटली, तनुश्री दत्ता सरीखी एक्ट्रेसेज ने किसिंग सीन और इंटीमेट सीन्स को अपना हथियार बना लिया और निर्माता-निर्देशक ने इसे अपनी फिल्म को सुर्ख़ियों में लाने का फार्मूला।

salman-khan

दबंग खान पर्दे पर नहीं करते हैं KISS
किसिंग सीन देकर सनसनी फैलाने वाले सितारों के झुंड में कुछ ऐसे स्टार्स भी हैं, जिन्हें पर्दे पर किस करने से सख्त परहेज है। असल जिंदगी में भले दबंग खान की सबसे ज्यादा माशूकाएं रही हों, मगर पर्दे पर उन्होंने अपनी किसी ऐक्‍ट्रेस को किस नहीं किया है। उनका कहना है, ‘मैं इस तरह के सीन्स के खिलाफ हूं। व्यक्तिगत रूप से मैं ऐसे सीन्‍स से दूर ही रहता हूं। मैं अपने प्रॉडक्शन की फिल्मों में भी इस तरह के सीन्‍स को प्रमोट करने के पक्ष में नहीं हूं।’

jab-tak-hai-jaan

शाहरुख ने भी तोड़ी नो किसिंग पॉलिसी
दूसरी ओर, बादशाह खान यानी शाहरुख भी हैं, जिन्‍होंने ऑनस्क्रीन किस न करने की परंपरा को लंबे समय तक अपनाए रखा, लेकिन फिल्मों में 20 साल के करियर के बाद आखिरकार ‘जब तक है जान’ में कटरीना कैफ के साथ उन्होंने इस तरह के सीन देकर एक अरसे तक लोगों को चर्चा का विषय दे दिया। हालांकि सल्लू भाई के अलावा उन्हीं की खोज सोनाक्षी सिन्हा और आसिन जैसी ऐक्‍ट्रेस लिप लॉक से परहेज रखती हैं।

aastha

ए-लिस्टेड कलाकार भी पीछे नहीं रहे
किसिंग सीन्स के मामले में ए-लिस्टेड कलाकार भी पीछे नहीं रहे। बॉलिवुड की क्लियोपेट्रा कहलाने वाली जानी-मानी अभिनेत्री रेखा ने किसिंग सीन्स से कभी परहेज नहीं किया। कई साल पहले आई ‘दो शिकारी’ में उन्होंने बिश्वजीत के साथ इस तरह के अंतरंग दृश्य दिए और उसके बाद अधेड़ उम्र में ‘आस्था’ में ओम पुरी और नवीन निश्चल के साथ उनके किसिंग सीन ने लोगों को सकते में डाल दिया था। ‘हे राम’ में रानी मुखर्जी और कमल हासन, ‘धूम 2’ में रितिक और ऐश्वर्या, ‘इश्किया’ में विद्या बालन और अरशद वारसी, ‘द डर्टी पिक्चर’ में विद्या बालन और इमरान हाशमी, ‘जब वी मेट’ में करीना कपूर-शाहिद कपूर, ‘रामलीला’ में दीपिका-रणवीर, ‘बॉम्बे वेलवेट’ में अनुष्का शर्मा- रणबीर कपूर, ‘बदलापुर’ में वरुण धवन और यामी गौतम, ‘टू स्टेट्स’ में आलिया भट्ट-अर्जुन कपूर जैसे कई ए’लिस्टेड अदाकारों ने पर्दे पर खूब लब टकराए। लिस्ट काफी लंबी है।

dhoom2

‘ऐक्‍ट्रेस के रूप में बेशरम होना पड़ता है’
हालांकि, एक दिलचस्‍प पेच इधर भी है। शादी के बाद ज्यादातर हीरोइन ने लिप लॉक से पल्ला झाड़ लिया। विद्या बालन का कहना है, ‘एक लड़की के रूप में आपको हमेशा झिझक और शर्म महसूस होती है, मगर एक ऐक्‍ट्रेस को पर्दे पर बेशरम होना पड़ता है।’ वहीं निखिल आडवाणी की ‘कट्टी-बट्टी’ में ‘स्टॉप मोशन तकनीक’ से तीन दिन तक किसिंग सीन की शूटिंग करने वाली कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘ऑकवार्डनेस तो होती ही है, मगर जल्द ही इस तरह के सीन मजेदार न होकर मैकेनिकल हो जाते हैं।’

खूब कॉन्ट्रोवर्सी में रहे इन ऐक्ट्रेसेस के ऑफस्क्रीन Kiss, करीना से दीपिका तक की तस्वीरों पर हुआ बवाल
Human: शेफाली शाह के साथ किसिंग सीन पर कीर्ति कुल्हारी बोलीं- मुझे डर था कि टर्न ऑन न हो जाऊं
जैकलीन फर्नांडिस के गले पर लव बाइट, ठग सुकेश चंद्रशेखर संग Kiss वाली नई तस्वीर वायरल

image Source

Enable Notifications OK No thanks